गोरखपुर में चयन प्रक्रिया पूरी, डीएम दीपक मीणा करेंगे अंतिम घोषणा
गोरखपुर (उज्जवल सभा) । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित करने, उनके उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता देने तथा समाज में हथकरघा उत्पादों के प्रति लगाव और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाई जा रही संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के अंतर्गत गोरखपुर में चयन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जिलाधिकारी दीपक मीणा अब अंतिम निर्णय लेकर विजेताओं की घोषणा करेंगे।
डीएम दीपक मीणा के निर्देश पर गठित टीम में एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट उत्कर्ष श्रीवास्तव अपर एसडीएम सदर सुदीप तिवारी शामिल रहे। टीम ने वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु प्राप्त कुल 54 सैम्पल्स का गहन परीक्षण किया। एडीएम सिटी ने इनमें से तीन सर्वश्रेष्ठ सैम्पल्स का चयन कर डीएम दीपक मीणा को भेजा है, जिन पर अंतिम फैसला जिलाधिकारी करेंगे।
इस पूरी प्रक्रिया में सहायक आयुक्त, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग राजकुमार तथा टेक्सटाइल इंस्पेक्टर चेत सिंह ने भी महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। आवेदन प्राप्ति और संकलन में इनकी भूमिका अहम रही।
संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के अंतर्गत परिक्षेत्रीय और राज्य स्तरीय दोनों स्तरों पर पुरस्कार दिए जाते हैं। परिक्षेत्र स्तर पर प्रथम पुरस्कार 20,000, द्वितीय पुरस्कार 15,000 तथा तृतीय पुरस्कार 10,000 निर्धारित है। प्रत्येक परिक्षेत्र में तीन-तीन पुरस्कार दिए जाएंगे, जिससे प्रदेशभर में कुल 39 बुनकरों को सम्मानित किया जाएगा।
राज्य स्तरीय पुरस्कारों का चयन प्रमुख सचिव/अपर मुख्य सचिव, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जाएगा। इस प्रक्रिया में व्यक्तिगत बुनकरों के साथ-साथ डिजाइनर अथवा मास्टर बुनकरों को भी आवेदन करने का अवसर दिया गया था। यदि किसी ने संयुक्त रूप से आवेदन किया है, तो दोनों के लिए अलग-अलग आवेदन-पत्र व सैम्पल संलग्न करना अनिवार्य था।
गोरखपुर में चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब बुनकर समुदाय उत्सुकता से डीएम दीपक मीणा की घोषणा का इंतजार कर रहा है। यह योजना न केवल बुनकरों को सम्मान और प्रोत्साहन दिलाएगी बल्कि हथकरघा उद्योग में प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता सुधार को भी बढ़ावा देगी। साथ ही, पारंपरिक शिल्प और बुनकरी कला को संरक्षित रखते हुए इन्हें नई पहचान मिलेगी।
